ईगल योग मुद्रा, जिसे गरुड़ासन के नाम से भी जाना जाता है, एक फायदेमंद व्यायाम है जो विशेष रूप से टखनों और पिंडलियों में एकाग्रता, संतुलन और शक्ति को बढ़ाता है। यह अपनी परिवर्तनीय प्रकृति के कारण शुरुआती लोगों सहित सभी फिटनेस स्तरों के व्यक्तियों के लिए उपयुक्त है। लोग अपनी स्थिरता में सुधार करने, अपने तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करने और अपनी ऊपरी पीठ को फैलाने के लिए इस मुद्रा का अभ्यास करना चाह सकते हैं, जिससे यह लंबे समय तक बैठने वालों के लिए एक अच्छा विकल्प बन जाता है।
हाँ, शुरुआती लोग योग में ईगल पोज़ (गरुड़ासन) कर सकते हैं, लेकिन यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस मुद्रा के लिए संतुलन, लचीलेपन और ताकत की आवश्यकता होती है। धीमी शुरुआत करना और यदि आवश्यक हो तो प्रॉप्स या संशोधनों का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, शुरुआती लोग उठे हुए पैर को खड़े पैर के चारों ओर पूरी तरह लपेटने के बजाय संतुलन के लिए अपने पैर की उंगलियों को जमीन पर रख सकते हैं। किसी भी नए व्यायाम की तरह, उचित अभ्यास सुनिश्चित करने और चोट से बचने के लिए इसे प्रमाणित योग प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में सीखने की सलाह दी जाती है।